मृत्यु होते ही शत्रुता समाप्त हो जाती है। अब इसका विरोध करने का कोई आधार नहीं है जैसे यह तुम्हारा भाई था वैसे ही यह मेरा भी भाई था। अब इसका अंतिम संस्कार पूरे विधि-विधान, सम्मानपूर्वक करें। यही नहीं, मेघनाथ के शव पर श्री राम ने सम्मान पूर्वक अपना ...
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