कोरोना काल की कहानियां : 'श्रद्धांजलियों' की दौड़ को रोक दीजिए
जैसे ही किसी की असामयिक मौत की खबर मिलती है कि जुट जाते हैं उनके और उनके संग अपने नए पुराने फोटो को ढूंढने। धड़ल्ले से कोलाज, वीडियो वो भी गीतों के साथ बनाते और शुरू हो जाते हैं सोशल मीडिया, अपने...
View Articleरुला देंगी कोरोना काल की ये कहानियां : किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार...
नीरज की कमउम्र पत्नी ऑक्सीजन के अभाव में दमतोड़ रही थी। नीरज के लिए वो समय साक्षात यमराज से युद्ध करने जैसा चल रहा था। जैसे तैसे उसे सिलिंडर मिला।कुछ मिनटों ही उसकी पत्नी और सांसें ले पाई।बड़ी देर हो...
View Articleमृत्यु होते ही शत्रुता समाप्त क्यों नहीं होती?
मृत्यु होते ही शत्रुता समाप्त हो जाती है। अब इसका विरोध करने का कोई आधार नहीं है जैसे यह तुम्हारा भाई था वैसे ही यह मेरा भी भाई था। अब इसका अंतिम संस्कार पूरे विधि-विधान, सम्मानपूर्वक करें। यही नहीं,...
View ArticleInternational Family Day 2021 : एकल परिवार की जीवनशैली पर खड़ें हुए सवाल !
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस हर साल 15 मई को मनाया जाता है। हर साल विश्व परिवार दिवस की संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक थीम तैयार की जाती है। इस बार कोरोना काल को
View ArticleNational Brothers Day 2021 : ब्रदर्स डे की शुरुआत कब हुई थी...
भाई जिनसे आप हर दिन लड़ते हैं लेकिन प्यार भी सबसे अधिक उन्हीं से करते हैं। भाई - बहनों के बीच बेशर्त प्यार होता है। भाई - बहन में जितनी लड़ाई होती है प्यार भी उतना ही होता है। मदर्स डे, फादर्स डे अन्य डे...
View Articleकोरोना काल में बदल गई है Life & Relationship के प्रति सोच, क्या कहते हैं युवा
बदलते हुए इस भयावह दौर में हमने बात की इस देश की तरुणाई से.....और जाना उनसे कि कोविड काल में वे क्या सोच रहे हैं....क्या सीखा उन्होंने इस वक़्त से....हमने देखा कि इस विषम दौर ने इन युवाओं के भीतर...
View Articleबाल सुरक्षा दिवस: कोरोना काल में बचपन को कैसे सहेजें हम
छोटे से गुड्डू को पार्क में खेलने जाना है, बिट्टू को गग्गा माता को रोटी,घास खिलाने, उसकी गर्दन में हाथ फेरने जाना है। छोटू को गली के नुक्कड़ पर जो उसकी जूली ‘तू-तू’ ने रूई के गोले से नर्म-नर्म बच्चे दिए...
View ArticlePride Month - LGBT कम्युनिटी के लिए जून माह होता है खास, जानिए क्यों?
जून का महीना कुछ लोगों के लिए बेहद खास महीना है या हम कह सकते हैं यह महीना एलजीबीटी के लिए खास होता है। हर साल जून माह को एक प्राइड मंथ के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। पूरे महीने जश्न का माहौल रहता...
View Articleशर्मसार स्टेचू ऑफ लिबर्टी? शर्मसार होते हम...
अमेरिकी महिलाओं ने 122 करोड़ बार सर्च किया कि -मदद करो, वो मुझे नहीं छोड़ेगा। 1.07 करोड़ बार सर्च किया - वह मुझे मार डालेगा. 32 करोड़ बार–वह मुझे मारता है। और अमेरिकी पुरुष सर्च कर रहे थे - 16.5 करोड़ बार -...
View Articlesocial media and relationship :सोशल मीडिया पर बनते-बिगड़ते-संवरते रिश्ते
लॉक डाउन के दौरान सोशल मीडिया पर ही पूरा घर-बंद देश उमड़ पड़ा... क्योंकि बाकि बचे हुए तो जीने मरने, अपने देश-गांव की मिटटी में लौटने की, जान की परवाह किए बिना, भूखे-प्यासे अपने परिवारों के साथ संघर्ष कर...
View ArticleTypes of parenting styles: क्या होती है पैरेंटिंग, जानिए 4 अलग- अलग...
अथॉरिटेटिव पेरेंट्स अपने बच्चों के स्वभाव और हरकतों को समझने और उन्हें बेहतर बनाने में समय और एनर्जी व्यतीत करते हैं। इस बात की भी पूरी कोशिश करते हैं कि बच्चों को पॉजिटिव डिसिप्लिन सिखाया जा सके!
View Articleअपने पार्टनर को 'I love you' बोलने से पहले कह दीजिए ये 11 खास बातें
क्या आप जानते हैं वे 11 बातें, जो आपके पार्टनर के लिए इन तीन शब्दों से भी ज्यादा मायने रखती हैं। अगर नहीं जानते, तो जानिए और याद कीजिए कि आपके पार्टनर ने अभी तक ये बातें आपसे कही है या नहीं ...
View Articleबेटी की सुसाइड से पहले माता-पिता जाने लें ये 8 सबक
कई मामलों में माता-पिता अपनी बेटियों की शादी करने के बाद सिर का बोझ उतर जाने वाले अहसास में होते हैं, लेकिन अगर वे थोड़ा सचेत हो जाएं तो उनकी बेटी के साथ होने वाली अनहोनी टल सकती है।
View Article'घुटने' को रोने वालों, तरक्की से 'घुटने' वालों पर भी नज़रें इनायत करें
फटी जींस से दिखने वाले घुटने पर टसुए बहाए गए... कुछ इस तरह से भी तो घुटने की आदतों पर कभी गौर किया है? इस घुटन ने दूसरों की जिंदगी भी नरक कर डाली है। बचा हुआ काम इस सोशल मीडिया ने पूरा कर दिया है।...
View Articleपाकिस्तानी सीरियल 'डंक' के बहाने समाज के 'डंक' को पहचानें
पाकिस्तानी अभिनेता नोमान इजाज की मैं जबरदस्त प्रशंसक हूं। खासकर जब से सीरियल ‘डंक’देखना शुरू किया है, और सम्मान बढा है। कलाकारों के कद्रदान सरहदों की सीमा में बांधे नहीं जा सकते। सच्ची घटना पर आधारित...
View Articleअहसान फरामोश हैं कुछ हमारे आसपास के लोग,हैं बहुत नाशुक्रे लोग....
उनकी लिखी किताब का विमोचन कार्यक्रम था। बचपन से उन्हें जानती हूं इसलिए जाना ही था। पारिवारिक संबंध रहे थे सो उनके भी परिजनों से बरसों बाद मिलने का उत्साह भी था। पर जब कार्यक्रम शुरू हुआ तो ससुराल पक्ष...
View Articleकोरोना काल की कहानियां : लॉकडाउन ने बदला बहू का नज़रिया
पूना में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करनेवाली स्नेहा का शुरू से सपना था, कि शादी के बाद वो सिर्फ पति के साथ रहे। दोनों कमाएं, खाएं,घूमें, मौज करें। परिवार में अन्य सदस्यों का बस मेहमानों की तरह...
View Articleकोरोना काल की कहानियां : लिंक के बहाने सकारात्मक लिंक की बात करें
आधुनिक युग में मशीनों की संगत में लिंक का जबरदस्त महत्त्व है। पसंद की चीज ढूंढनी हो तो फलानी लिंक, किसी से जुड़ना हो तो ढीकानी लिंक। वैसे ही इस कोरोना नैराश्य को भगाना हो तो सकारात्मकता की लिंक। हताशा...
View Articleकोरोना काल की कहानियां : जीने के बदल गए हैं अंदाज़, एक दूसरे का सब दे रहे हैं साथ
मेरी दोस्त का परिवार क्वारंटाइन में है, साथ ही उसका ब्लॉक सील कर दिया गया है। कोई बाहर आ-जा नहीं सकता। लेकिन बेटी के जन्मदिन पर मैंने अपनी सहेली के बेटे को बहुत मिस किया और अपने आपको केक देने से रोक...
View Articleकोरोना काल की कहानियां : 'काली थैली' के खौफ ने मुझे जीना सिखाया
उनको कोरोना ने आ घेरा। उनकी उम्र लगभग 63 वर्ष से ऊपर है। पर स्वभाव माखन सा है। छोटी बहन और बेटियों के साथ रहने और सुलझे विचारों की होने के कारण सदाबहार है हंसमुख और ममत्व से भरी। न केवल वे बल्कि उनकी...
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